इंडियन सिनेमा में यह तो पिछले कुछ सालो में साफ़ देखने को मिलता है की साउथ की मूवी की तरह अलग लेवल का एक्शन दिखने से फैन बहुत खुश हो जाते है और इसी बात को भुनाते हुए साजिद नाडियावाला ने टाइगर श्रॉफ की बागी सीरीज की अगले कड़ी यानि की बागी 3 को इसी शुक्रवार को रिलीज़ किया है जिसको हमने आज शनिवार को देखा और अब आपके लिए लाये है इस मूवी की कहानी, रिव्यु और रेटिंग। तो शुरू करते है बागी 3 की कहानी से:
Baaghi 3 की कहानी (Story)
कहानी शुरू होती है रोनी यानि की टाइगर श्रॉफ और रितेश देशमुख से जो दोनों भाई है। पिताजी की मौत के बाद बड़े लड़के विक्रम यानि रितेश को पुलिस में नौकरी मिल जाती है और इसके बाद गवर्मेंट उनके काम खुश होकर उसको कुछ सरकारी काम से सीरिया भेजते है और यानि पर एक आतंकवादी ग्रुप से लड़ाई के बाद रोनी अपने भाई को बचाने सीरिया जाता है। तो क्या रोनी विक्रम को बचा पता है?
Baaghi 3 रिव्यु (Review)
मूवी में सबसे पहले बात करते है कास्टिंग की तो टाइगर को उनकी एक्टिंग से ज्यादा उनकी फिगर की वजह से हीरो का रोल दिया गया है। STOY 2 और War की ही तरह यहाँ भी एक ही तरह की एक्टिंग के साथ टाइगर काफी निराश करते है। एक्शन अच्छा है लेकिन मूवी में सिर्फ एक्शन अच्छा हो तो यह एक वर्ग विशेष को ही अच्छी लग सकती है। टाइगर की हीरोइन है श्रद्धा कपूर यानि सिया। यह बागी 1 की ही हिट जोड़ी है जो एक बाद फिर स्क्रीन पर अच्छी लगती है लेकिन स्टोरी ना होने की वजह से सब बिखरा बिखरा लगता है। कोई केमिस्ट्री यहाँ पर देखने को नहीं मिलती है।
रितेश और अंकिता दोनों ही काफी अच्छे एक्टर है लेकिन मूवी के डायरेक्टर अहमद खान ने कोई ख़ास इनका इस्तेमाल नहीं किया है। लगता है उनको सिर्फ एक्शन के दम पर मूवी हिट करवाने का फार्मूला ही सही नज़र आता है।
आप इसी चीज से उम्मीद लगा सकते है की मूवी में एक ISIS जैसे ग्रुप जेश-ए-लश्कर दिखाया गया है जिसका जो साफ़ तौर पर जेश-ए-मोह्हमद और लश्कर-ए-तोयबा से लिया गया है। इसके अलावा मार्च महीने में IPL शुरू होने की वजह से यहाँ IPL भाई नाम का विलन भी दिया गया है। मेरे हिसाब से मूवी में आपको कुछ भी अच्छा नज़र नहीं आएगा सिर्फ 2 से 3 सीन अच्छे लग सकते है जिनमे टाइगर एक्शन करते हुए नज़र आते है। बीच बीच में श्रद्धा द्वारा दी गयी बीप वाली गालियाँ बहुत ही अजीब नज़र आती है।
Baaghi 3 का म्यूजिक (Music Review)
पिक्चर का म्यूजिक भी कोई ख़ास प्रभावित नहीं करता है। मूवी में 2 गाने तो साफ़ रीमेक है, दस बहाने और भंकस ये दोनों ही गाने ओरिजिनल ज्यादा अच्छे लगते थे।
दिशा पटानी का गाना Do You Love Me भी एक गाने का रीमेक वर्जन है लेकिन इसमें म्यूजिक में बदलाव किया गया है जो इसको एक अच्छा पार्टी सोंग बनाता है। तो कुल मिलाकर मूवी का म्यूजिक भी आपको कुछ ख़ास पसंद नहीं आएगा।
Baaghi 3 डायरेक्शन और स्टोरी
इन दोनों के बारे में बोलने के लिए कुछ भी नहीं है। स्टोरी के नाम पर आपको वन मैंन आर्मी वाला कांसेप्ट दिखाया गया है जैसा आप Baaghi 2 में भी देख चुके है। पूरा एक आतंकवादी ग्रुप अपनी पूरी ताकत से सिर्फ एक बन्दे को नहीं मार पाता और रितेश कही पर भी रोनी बोलता है तो टाइगर आ जाता है जो बहुत ज्यादा हँसाता है।
डायरेक्शन भी काफी निराश करता है लेकिन गलती अहमद खान की नहीं है क्योकि स्टोरी ही इतनी ख़राब है की डायरेक्टर भी क्या कर सकता है। हाँ मूवी में एक्शन काफी अच्छा है जो बड़ी स्क्रीन पर देखने में अच्छा नज़र आता है।
Baaghi 3 रेटिंग (Rating)
Story – 1.5/5
Acting – 2/5
Music – 3/5 (Remake को भी काउंट करने के बाद)
Direction – 2/5
Total – 2/5